You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palपहली कोशिश एक भावना जो सूर्य की लालिमा से आशा की किरण का एहसास कराते हुए जीवन के अनेक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कुछ कविताओं को सूत्रबंध किया है जो मुख्यतः जीवन में आशा की किरण जगाने के लिए और रिश्तों में मज़बूती के विषयों को ले के संजोयी गई पुस्तक है।
प्रेम संबंधों के साथ साथ तक़दीर के फ़ैसले और वक्त की चाल जैसे विषयों पे भी भावनाएँ प्रगट की गयीं है ।
अरुण खेड़ा
लेखक अरुण खेरा, दिल्ली के एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे, हर दूसरे बच्चे की तरह, खेल और पढ़ाई पर ध्यान देते थे और कब उन्होंने अपनी अंतिम स्कूली परीक्षा पास कर ली, उन्हें पता ही नहीं चला।
स्कूल के बाद उन्होंने तकनीकी विषयों की पढ़ाई की और आईआईटी से बी.टेक की डिग्री हासिल की, उन्होंने कई सालों तक भारत और विदेशों में अच्छी नौकरी की और फिर व्यापार में हाथ आजमाया।नौकरी के दौरान उन्होंने जो कुछ भी सीखा था, उन्होंने कई आविष्कार किए थे, उनका इस्तेमाल करते हुए उन्होंने अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया और सफलता हासिल की।
एक सीमा तक पहुंचने के बाद, उन्होंने रिटायरमेंट ले ली और अपने परिवार पर ध्यान केंद्रित किया।
अभी, वे दिल्ली में अपने घर पर हैं। अभी कुछ महीने पहले ही उनके मन में कुछ स्वाभाविक विचार आने लगे, उन्होंने कुछ लिखना शुरू किया। दिल से आवाजें निकलती रहीं और भावनाएं कविताओं का रूप लेती रहीं, उत्साह बढ़ता गया और यह पुस्तक आपके समक्ष प्रस्तुत की जा रही है।
आपका आशीर्वाद अपेक्षित
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.