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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal"पहली उडान" "द डस्ट्रिक चेंज पब्लिकेशन" द्वारा प्रस्तुत एक संकलन है। इसकी तरह के पहले महत्वपूर्ण में अलग-अलग तरह के काव्य शामिल हैं, जिसमें कई लेखकों ने अपनी रचनाएं हिंदी में प्रतिनिधित्व किया है। लेखकों का जीवन के विभिन्न पहलुओं के प्रति अलग दृष्टिकोण है उनके लेखन की वजह से उनके समाज में भिन्नता है, संस्कृति विभिन्न आयु वर्ग। यह पुस्तक "पहली उड़ान" एक प्रसिद्ध समुदाय द्वारा संकलित है जिसका नाम "साहित्य मेला" हैपहली उडान" "The Drastic Change publication" द्वारा प्रस्तुत एक एंथोलॉजी है। इसकी प्रथम पहचान यह है कि इसमें अलग-अलग तरह के काव्य शामिल हैं, जिसमें कई लेखकों ने अपने काम का हिंदी में प्रतिनिधित्व किया है। लेखकों का जीवन के विभिन्न पहलुओं के प्रति अलग दृष्टिकोण है उनके लेखन की वजह से उनके समाज में भिन्नता है, संस्कृति विभिन्न आयु वर्ग। यह पुस्तक "PEHLI UDAAN" एक प्रसिद्ध समुदाय द्वारा संकलित है जिसका नाम "SAHITYA MELA" है।
साहित्य मेला
कविता की शक्ति से सौंदर्य बोध उत्पन्न होता है कविता सदा से मानव की प्रेरक रही है कविता जन जागरण का माध्यम भी रही है कविता हर्ष में, विषाद में, देश प्रेम में, भक्ति में, अपनी कल्पना के माध्यम से उत्कृष्ट मूल्य के महत्व को प्रकाशित एवं जन जन तक संचारित करती रही है ।
इसी कविता को मंच प्रदान करने का कार्य साहित्य मेला मंच ने किया । साहित्य मेला ने बड़े स्तर पर कवि सम्मेलनों और सहित्यिक परिचर्चा का आयोजन किया । नवोदित रचनाकारों को इससे बहुत संबल मिला साथ ही वरिष्ठ कवियों का मार्गदर्शन भी साथ रहा । साहित्य मेला ने 100 से अधिक लाईव कार्यक्रमों में रचनाकारों को काव्यपाठ का अवसार प्रदान किया । साहित्य मेला मंच से आज 5500 से अधिक कवि एवं साहित्य प्रेमी जुड़े हुए हैं।साहित्य मेला से जुड़े कवियों के काव्य पाठ को प्रतिदिन लगभग 50000 से अधिक लोग देखते सुनते रहे हैं ।
साहित्य मेला की साहित्य यात्रा अनवरत जारी है । आज यह मंच अंतर्राष्ट्रीय मंच की ख्याति प्राप्त कर चुका है, लगभग 15 से अधिक देशों में इसके सदस्य अपनी काव्यात्मक ऊर्जा से साहित्य को संबल प्रदान कर रहे हैं । साहित्य मेला मंच सदैव उससे संबद्ध काव्य प्रेमियों का आभारी रहेगा ।
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