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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal"प्रतिबिंब" एक बहुआयामी कृतियों का काव्य संग्रह है। इसमें कवयित्री ने जहां एक ओर स्नेह,सद्भावना और खट्टी मीठी स्मृतियों को छंदों में पिरोकर प्रस्तुत किया है वहीं दूसरी ओर उनकी कविताओं में भारतवर्ष के त्योहारों और ऋतुओं के माध्यम से जीवन के हर्षोल्लास और जनसामान्य के संघर्षों और उपलब्धियों की झांकी भी देखने को मिलती है। इनमें प्राचीन सभ्यता की उन्नति और अविरल परिवर्तन की झलक का बड़ी सहजता से चित्रांकन किया गया है।
स्मृति श्रीवास्तव
स्मृति श्रीवास्तव
हिन्दी साहित्य में एम.ए.उत्तीर्ण करने के पश्चात् श्रीमती hस्मृति श्रीवास्तव ने अपना सम्पूर्ण समय हिन्दी एवं भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार को समर्पित किया। इनका दृढ़ विश्वास है कि भाषा,कला और परम्परा का भविष्य युवा पीढ़ी के योगदान पर निर्भर है। तथा इसी विचार को साकार करने के लिए इन्होंने अध्यापिका के रूप में नई दिल्ली के सेंट थॉमस स्कूल में विभिन्न वर्गों का हिन्दी, संस्कृत में बीस साल मार्गदर्शन किया है।
भाषा साहित्य के माध्यम से सामाजिक समस्याओं का संवेदनशील वर्णन करना, प्राकृतिक विविधताओं का सुरम्य चित्रण करना व समय समय पर होने वाले छोटे बड़े त्योहारों पर मधुरिम गीत लिखना इनकी लेखनी के प्रमुख स्तंभ हैं। इनकी रचनाओं में भावपक्ष और कलापक्ष का अनोखा समावेश है जिनमें प्रेम वेदना की गहनता और करुणा की प्रधानता देखी जा सकती है।
यह भिन्न काव्य मंचों में भाग लेती रही हैं एवं कई कविता संग्रहों में इनकी कविताओं को सम्मिलित किया गया है।
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