इस किताब में संक्षेप में दिया गया है कि कैसे रावण का अंहकार और उसके क्रोध से पुरे लंका का सर्व नाश हो जाता है.। इस किताब को लिखने के दौरान कोई भी धर्म और कोई भी जाती एवम किसी भी परिवार के सदस्य को नुकसान नहीं पहुंचा या गया है और इस किताब को लिखा है श्री विवेक कुमार पांडे शंभुनाथ जी ने.। This book fully colour editions.