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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palतन का आकर्षण, मन की अभिव्यक्ति, शारीरिक संतुष्टि या मानसिक शांति, वास्तव में प्रेम कुछ भी नहीं। किसी को पाना या किसी का हो जाना, महज़ यही अंतर है प्रेम और वासना के मध्य का। प्रेम मन को छूना चाहता है और वासना तन को पाने की ओर ललायित रहती है। आधुनिकता में इस विषय में गहनता आवश्यक है प्रेम में वासना की उम्मीद की जा सकती है किन्तु वासना में प्रेम लेष मात्र भी नहीं मिल सकता। इस संकलन के माध्यम से हमने प्रयास किया है प्रेम और वासना की सीमाओं को एक साथ दर्शाने का। आशा करते है हमारा प्रयास सफल हो और पढ़ने वाले के हृदय तक प्रत्येक कविता का हर शब्द अपनी छाप छोड़ सके।।
निखिल जैन & अनिका जैन
निखिल जैन एक 26 वर्ष के नवयुवक है, जो की धुले, महाराष्ट्र से संबंध रखते है। ये अपना ज्ञान दूसरो के साथ साझा करना, यात्रा करना, नई नई खोज करना और रचनात्मकता का बेहद शौक रखते है। इनके खुद के काफ़ी संकलन "L'amour", "बंधन रिश्तों के", "रूहानी बातें", "L'amour 2", "Momentos", "प्रकृति- एक जादुई पिटारा", "माँ" प्रकाशित भी हो चुके है। ये अपनी शायरी और कविताओ में सरल भाषा का प्रयोग करते है जिससे प्रत्येक व्यक्ति उन्हें आसानी से समझ सके। इनकी एक एकल पुस्तक "प्रेमार्थ" भी प्रकाशित हो चुकी है। आप इनकी लेखनी इंस्टाग्राम पर पढ़ सकते है: @love.vibes143
ईमेल - love.vibes143@outlook.com
अनिका जैन, मोहब्ब्त की नगरी ताज नगरी, आगरा, उत्तर प्रदेश से संबंध रखती है, लिखना इनका शौक ही नहीं पेशा भी है। इनका मानना है कि केवल लेखन ही एक ऐसी कला है जिससे हम अपनी आंतरिक भावनाओं को भली भांति अभिव्यक्ति कर सकते है और अपनी सोच और अपना नजरिया दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकते है। टाइपिंग के दौर में इन्हे आज भी कलम कागज का उपयोग करना बेहद पसंद है, इनके अनुसार परिवार इनकी प्रथम प्राथमिकता है,और सभी को खुश रखना इनका पहला लक्ष्य। इन्होंने 70 से अधिक किताबो में बतौर सह लेखक कार्य किया है और इनके स्वयं के कई संकलन प्रकाशित हो चुके है। इनकी एक सह एकल पुस्तक "प्रेमार्थ" भी प्रकाशित है। इनके जीवन का लक्ष्य अपने बच्चो की नज़रों में प्रेरणा बनना है। आप इनकी लेखनी पढ़ सकते है – Instagram handle _ @rumifam1803, G-mail _ jainanika650@gmail.com
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