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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palसात चक्रों के द्वारा योग की उच्चस्तरीय साधना करने और जीवन की समस्याओं के समाधान को प्राप्त करने का मार्ग भारतवर्ष के प्राचीन ऋषियों की देन है । वर्तमान समय संकटों से भरा पड़ा है । अनेकों समाधान के मार्ग होने के बावजूद मनुष्य भटकाव से मुक्त नहीं है । यह पुस्तक समस्याओं में भटके हुए मनुष्यों को सही मार्ग देने और समाधान शरीर से बाहर के स्थान पर भीतर से प्राप्त करने का मार्ग है । यह पुस्तक अध्यात्म शास्त्र, दर्शन शास्त्र और योग शास्त्र की रुचि रखने वाले पाठकों के लिए उपयोगी है साथ ही योग शिक्षकों और प्राकृतिक चिकित्सकों के लिए सफल चिकित्सा हेतु अति महत्वपूर्ण ।
पं. मानस राजऋषि
लेखक परिचय
पं.मानस राजऋषि
जन्म – 1 अगस्त 1983 प्रतापगढ़ ,उत्तर-प्रदेश
अध्यन – प्राकृतिक चिकित्सा, योग, ज्योतिष विज्ञान, आयुर्वेद, एस्ट्रोयोग टेक्निक, राज नीति शाश्त्र,पंचगव्य चिकित्सा,राजनीति शास्त्र, सजीव कृषि
रुचि - प्राकृतिक भ्रमण, लेखन, चित्रकारी, शतरंज, अध्ययन एवं अध्यापन, योग साधना
दीक्षित – सत्य साईं संप्रदाय, गायत्री परिवार,आनंद मार्ग, औघड़नाथ मार्ग एवं पारंपरिक महर्षि पतंजलि योग मार्ग
वर्तमान विवरण - गांधी आश्रम के सामने गांधी जी द्वारा बताई गई पंडित की चाली नामक बस्ती में गांधी जी द्वारा निर्मित एक भवन प्रा-योग मंदिर नामक केंद्र में संचालक एवं प्राकृतिक चिकित्सा, योग साधना एवं अध्यापन में संलग्न ।
जीवन का मुख्य उदेश्य - भविष्य में तेजी से नजदीक आती हुई महाआपदा एवं आपातकालीन परिस्थितियों के लिए नवयुग निर्माण हेतु नई पीढ़ी को तैयार करना ।
सम्पर्क - प्रा-योग ट्रस्ट (कुदरती उपचार केंद्र), गांधी आश्रम के सामने, होटल तोरण के पीछे, आश्रम रोड, अहमदाबाद - 380027
फोन – 079 8426 1748, 97 1473 3653
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