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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palआवागमन और आर्थिक विकास के लिए सुरक्षित सड़कें आवश्यक है, किन्तु भीषण सड़क हादसों में मृत्यु के मामले में भारत का दुनिया में प्रथम स्थान है। इसके लिए प्रबंधन में स्थानीय नियंत्रण की जरूरत है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के साथ पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) व्यवस्था में क्या स्टार्टअप इस लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं? इस पुस्तक में कारणों की चर्चा करते हुए, लेखक ने समस्या की जड़ पर प्रहार करने के लिए तेजी से बढ़ रहे ‘शहरीकरण की नीतियों’ पर पुनर्विचार की आवश्यकता को रेखांकित किया है।
प्रो. वीरेन्द्र ग्रोवर
IIT कानपुर के पूर्व छात्र, 75 वर्षीय प्रोफेसर वीरेन्द्र ग्रोवर पिछले दो दशक से सड़क सुरक्षा तथा स्मार्ट सिटी की विभिन्न समस्याओं पर चिन्तन कर रहे हैं। इस के लिए वर्ष 2003 में गैर सरकारी संगठन, ट्रैफिक- ट्रांसपोर्ट अर्बन लाइफ सिस्टम इम्प्रूवमेंट (TULSI) का गठन किया। अप्रैल 2014 से सोशल मीडिया पर निःशुल्क, मासिक ई-पत्रिका उद्योग संचेतना के माध्यम से कैरियर तथा स्टार्टअप के अवसरों के प्रति मार्गदर्शन में विशेष अभिरुचि है।
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