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Veshbhusha / वेशभूषा

Author Name: Nikhil Jain | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

वेशभूषा

इंसान की वेशभूषा उसकी पहचान होती है क्योंकि जब हम किसी व्यक्ति से पहली बार मिलते हैं तो उसका नाम जानने से पहले हम उसका व्यक्तित्व उसकी वेशभूषा के जरिए ही समझने की कोशिश करते हैं। किसी के महंगे कपड़े उसका धनी होने को, किसी के फटे कपड़े उसका गरीब होने को, और साधारण कपड़े उसकी सादगी को दर्शाते हैं लेकिन आज पश्चात संस्कृति के चलन से भारत का पहनावा भी परिवर्तित होता जा रहा है। अपने राष्ट्र की, अपने देश की वेशभूषा पर सबको नाज होता है, हर कोई अपने मन के हिसाब से अपनी अपनी वेशभूषा इस्तेमाल कर सकता है और उनके यही विचारों को दुनिया के सामने लाने के लिए इस पुस्तक में हमने अलग अलग प्रांतों के कुछ लेखकों की कलम से उनकी वेशभूषा पर और वेशभूषा को लेकर बदलते इस परिवर्तन पर आधारित कुछ कविताओं का संग्रह किया है। प्रूष्ठ कवर पर हमने हीतीक्षा गोहिल जे के छायाचित्र इस्तेमाल किये है। इन छायाचितत्रों का इस्तेमाल कर हम दुनिया को दिखाना चाहते है की, हर कोई अपने मन मर्जी का मालिक है, तो समाज क्या सोचेगा ये विचार ना करके, जो कपड़े हमें अच्छे लगे वही परिधान करने चाहिए। आशा करते है पाठकों को हमारी यह कृति पसंद आएगी।

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निखिल जैन

निखिल जैन, पेशे से व्यापारी और शौक से लेखक हैं। निखिल धुले, महाराष्ट्र से संबंध रखते हैं। इन्हें शैक्षनिक तौर पर बी बी एम एवं एम बी ए की डिग्री प्राप्त की है। इन्हें अपना ज्ञान दूसरो के साथ साझा करना, यात्राएँ करना, नई नई खोज करना और रचनात्मकता से अपनी प्रतिभाओं को बेहतर बनाना अत्यंत प्रिय है। इन्हें लिखना पसंद है, क्योंकि इनका मानना है, कि लेखन से हम अपनी आंतरिक भावनाओं का भली भांति बखान कर सकते हैं, क्योंकि जो कहा नहीं जा सकता उसे लिखकर व्यक्त करने में आसानी होती है और व्यक्ति का हृदय और मस्तिष्क दोनों को प्रभावित किया जा सकता है।

बतौर लेखक अपनी यात्रा का प्रारंभ करने वाले निखिल जी ने लेखन जगत में हो रही राजनीति के दुष्प्रभावों को नजरंदाज ना करते हुए नव लेखकों के हित में कार्य करने हेतु कुछ प्रयास करने का सोचा और इसी सोच के चलते नव लेखकों की प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करने के लिए स्वयं का प्रकाशन स्थापित किया और इसी दौर में ये अब Unité Publication और love.vibes143 के संयोजक हैं। ये स्वयं 800 से अधिक पुस्तकों में बतौर सह लेखक एवं 90 से अधिक पुस्तकों के संकलक रह चुके हैं। 

Bap Publication में संपादक प्रबंधन की भूमिका निभाने वाले निखिल जैन एम एस केशरी पब्लिकेशन के सह संस्थापक के रूप में कार्यभार बखूबी संभाल रहे हैं। 

Lovers.stop_143 नामक एक ई_पेज के सहायक प्रबंधन के तौर पर भूमिका निभाने वाले निखिल सदैव प्रयासरत रहते हैं, कि नव युवाओं को एक मंच प्रदान किया जा सके।

हाल ही में निखिल जैन के नाम Inkzoid Books Of Records के तहत काफ़ी विश्व रिकॉर्ड्स दर्ज किये गए हैं,

1. "100 Sainos" (First book entirely based on Saino, written by 6 different writers from 6 different cities)"

2. "गागर में सागर" (Which consists more than 10 different styles, composed in 7 different native and foreign languages) 

3. He has made a duo world record for writing the first book of Acrostic Poem and Mirror Alphoppbet Poetry dedicated to the players of the IPL team (Mumbai Indians) named "Dil Se Mumbai Indians" and for writing another book which contains nature's element that comprises of three letters, named "Akshar" and his name enters in the Glorious Book Of World Records 2022 and Inkzoid Books of world record.

4. निखिल जी और राजवी जी ने मिलकर अभी एक अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया हैं। Of Compiling a unique anthology named "अस्तित्व" (Existence) which has a single form of poetry 'Acrostic' on vivid themes, containing words of 3-7 letters, यह वर्ल्ड रिकॉर्ड InKzoid Books of world record 2022 and Glorious Book of World Record 2022 मे दर्ज किया गया हैं।

5. निखिल जी ने अक्षर नामक किताब ल

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