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उम्मीद बाकी है अभी डरे हुए शब्दों का आर्तनाद

Author Name: अनवर सुहैल | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details
विगत चार साल में भारतीय सामाजिक ताने-बाने को लगातार विखण्डित करने की कोशिशें हो रही हैं। देश की अल्पसंख्यक आबादी के मन में भय की एक अजीबोगरीब भावना जगह बनाने लगी है। सेकुलर सोच के बहुसंख्यक भी इस विपरीत समय में सामंजस्य बनाने में पराजित सा महसूस कर रहे हैं। हिंदी क्षेत्र का अल्पसंख्यक कवि इस समय का रोज़नामचा दर्ज करता रहा है और उसी का प्रतिफल है यह कविता संग्रह " उम्मीद बाकी है अभी"
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अनवर सुहैल

09 अक्टूबर 1964 दो उपन्यास, तीन कथा संग्रह, चार कविता संग्रह कविता केंद्रित लघुपत्रिका "संकेत" का संपादन सम्प्रति: कोल इंडिया लिमिटेड में वरीय प्रबंधक sanketpatrika@gmail.com 9907978108
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