आदर्शिनी, उन महिलाओं की जीवनी का उल्लेखन है जिन्हें शम्भुका फाउंडेशन द्वारा संयोजिय कार्यक्रम 'वुमनिया' के तहत सॉवरेन तथा कॉमरेड की उपाधि से सम्मानित किया गया है। यह पुस्तक 'वुमनिया' सम्मान कार्यक्रम का एक हिस्सा है तथा इस पुस्तक का उद्देश्य आज की युवतियों को प्रेरित करना है। इस किताब का प्रथम उद्देश्य राष्ट्र की महिलाओं को सफलता के पथ पर अग्रसर कराना है तथा उनको यह समझाना है कि जीवन की बाधाएँ उन्हें सफल होने से नहीं रोक सकतीं। इस किताब में कई ऐसी स्त्रियों की जीवन कथा का उल्लेख है जिन्होंने हर रुकावट का डटकर सामना किया और अपने सपनों को पूरा किया। विश्व की हर महिला में यह ताकत है कि वह अपना रास्ता स्वयं चुने और उस पर निडर होकर चलते रहें। इस पुस्तक के माध्यम से हम उन बच्चियों व स्त्रियों को प्रेरित करना चाहते हैं जिनके जीवन का उद्देश्य अपने सपनों को पूरा कर सफलता के साथ विश्व तथा राष्ट्र को गौरवान्वित करना है।
आज भारत में महिलाएँ हर क्षेत्र में अपनी गहन प्रतिभाओं को निखार रहीं हैं तथा अपनी भूमिका बखूबी निभा रहीं हैं। चाहे वो राजनीति हो या व्यवसाय, विज्ञान हो या कला, वे प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। इस बदलाव ने महिलाओं को गरिमा के साथ आगे ला खड़ा किया है। इस किताब में 70 ऐसी सफल महिलाओं का उल्लेख है, जिन्होंने अपनी प्रतिभा एवं रचनात्मकता से अपना नाम ऊँचा किया है।