अग्निशिखा" स्वर्गीय जीतेंद्र कुमार कर्ण की प्रकाशित तीसरी पुस्तक है। इस कथा के मुख्य पात्र अपने समय के महा-प्रतापी चक्रवर्ती सम्राट राजा पुरूरवा और स्वर्ग-लोक की सर्वश्रेष्ठ सुंदरी अप्सरा उर्वशी हैं। उनकी प्रणय कथा पर आधारित है यह पुष्तक। पुरूरवा और उर्वशी की चर्चा पुराण के अतिरिक्त ऋग्वेद में भी मिलती है। विभिन्न पुराण और ऋग्वेद की कथाओं से ली गई जानकारियों के आधार पर यह कथा लिखी गयी है।