आधुनिक हिंदी साहित्य के बहुचर्चित कवियों में एक नाम अशोक शुभदर्शी का भी आता है। इनकी भाषा-शैली बहुत ही सरल है जिसके कारण सभी वर्गों के पाठकों के ये दिनों-दिन प्रिय होते जा रहे हैं।
काफी लंबे समय से शुभदर्शी जी की कविताएं देश-विदेश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में पढ़ता रहा हूं। इनकी कविताएं मुझे काफी प्रभावित करती हैं। अचानक एक दिन विचार आया कि शुभदर्शी जी की चुनिंदा कविताओं का एक संकलन बनाया जाना चाहिए। अशोक शुभदर्शी जी से इसकी सहमति मिलने से इस उत्कृष्ट कार्य के लिए मैं तहे दिल से उनका आभार मानता हूं। उन्होंने मुझे इसके योग्य समझा।
प्रस्तुत पुस्तक में कवि की चुनी हुई कविताएं शामिल की गयी हैं जिनमें किसान, मजदूर, जिंदगी, गांधी, स्त्री, समाजवाद आदि विषयों पर गंभीरता से विचार करते हुए कवि ने अपनी कलम चलाई है। इस पुस्तक की हर एक कविता सिर्फ प्रशंसनीय ही नहीं आधुनिक हिंदी साहित्य को कवि की तरफ से अनुपम भेंट है।
एक संपादक व प्रकाशक होने के नाते मुझे विश्वास है कि प्रस्तुत पुस्तक "अशोक शुभदर्शी की प्रतिनिधि कविताएं" पाठकों को बहुत-बहुत पसंद आएगी।
प्रकाशक व संपादक
हितेश रंजन दे