"कुछ बातें शब्दों में लिख दी जाएँ, तो वे वक्त के साथ फीकी नहीं पड़तीं — वे पीढ़ियों तक जीती रहती हैं।"
एक पिता के दिल से निकली ये चिट्ठियाँ सिर्फ उपदेश नहीं, बल्कि अनुभव, कहानियाँ, विज्ञान और आध्यात्म का अनूठा संगम हैं। डॉ. मुकेश अग्रवाल, एक अनुभवी आयुर्वेदिक चिकित्सक, ने अपने बच्चों — अवनी और सत्यम — के लिए यह पुस्तक जीवन के हर पहलू को छूते हुए लिखी है: आत्मविश्वास से लेकर समय प्रबंधन तक, रिश्तों की खूबसूरती से लेकर कर्म और सफलता के रहस्यों तक, और जीवन दर्शन से लेकर विरासत तक।
हर पत्र में आपको मिलेगा —
प्राचीन ग्रंथों से प्रेरक श्लोक
मनोविज्ञान और विज्ञान आधारित तथ्य
प्रेरक कहानियाँ और रूपक
लेखक के अपने जीवन के अनुभव और सीख
यह किताब केवल बच्चों के लिए नहीं, बल्कि हर उस इंसान के लिए है
जो जीवन को गहराई से समझना चाहता है और बेहतर इंसान बनना चाहता है।
पढ़ते-पढ़ते आपको महसूस होगा कि पन्नों के पीछे से एक स्नेहमयी आवाज़ कह रही है —
"जाओ, अपने सपनों की उड़ान भरो, लेकिन ज़मीन की मिट्टी से जुड़े रहो।"