कवि की कलम से.................
ईश्वर ने पृथ्वी पर अनेक रूपों में मानव जन्म धारण किया है, किंतु श्री कृष्ण का व्यक्तित्व एवं कृतित्व बहुआयामी एवं बहुरंगी है। यही कारण है कि मैं उनसे विशेष प्रभावित हुआ हूँ।
अध्यात्म के विराट आकाश में श्री कृष्ण अकेले ही ऐसे व्यक्ति हैं जो धर्म और अध्यात्म की ऊँचाइयों को छू कर भी न कभी गंभीर दिखाई देते हैं और न कभी मायूस। उनका व्यक्तित्व पूर्णरूपेण जीवन शक्ति से भरपूर है। उनके चरित्र में खेल है,