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Courier / कोरियर एक प्रेम कहानी

Author Name: Manoj Kulshreshtha | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

“मैं तुमसे कुछ भी बहुत अधिकार से कह देती हूं इसलिए कह रही हूँ कि इसके बाद से यहाँ मत आना”

वीरेन और अमि-दी के बीच कुछ अनकहा सा संबंध है। जो 30 साल के शून्य के बावजूद बरक़रार है। हालाँकि दोनो में से कोई नहीं जानता कि  दूसरा व्यक्ति कहाँ है? और क्या कर रहा है? 

"जिंदगी एक भूल भुलैया की तरह बार-बार उसी जगह पहुंचा देती है जहां आप जाना नहीं चाहते"

अजीब बात यह है कि जिंदगी कभी सवालों के जवाब साफ-साफ नहीं देती... बहुत जरूरी बातें हैं जो वह जानना चाहता है, लेकिन जानने का कोई तरीका नहीं है। मसलन, अगर वास्तव में उन तक वह कविता संग्रह पहुँच गया होगा, तो क्या वह आज उन कविताओं में अपने को ढूँढ पाएँगी? 

इस बचे हुए जीवन की समाप्ति से पहले क्या वे एक दूसरे से कभी मिल पाएँगे?

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मनोज कुलश्रेष्ठ

डॉ. मनोज कुलश्रेष्ठ मूलतः एक शिक्षाविद हैं। 1988-91 के अंतराल में उन्होंने Commonwealth Scholarship के अंतर्गत ब्रिटेन की Reading University से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और ब्रिटिश MENSA के सदस्य भी रहे। लगभग 3-दशकों के अपने शैक्षिक कैरियर में वह कई सम्मानों के पात्र रहे। व्यक्तिगत स्तर पर, वह एक गंभीर और संवेदनशील कवि हैं। पढ़ने का उन्हें विशेष शौक़ है। उनका दृष्टिकोण तार्किक, दार्शनिक, आध्यात्मिक और मानवतावादी है। 

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