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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palशानू गुप्ता की यह कविताओ की पुस्तक कुछ साधारण व कुछ काल्पनिक जीवन से संबंधित है। यह पुस्तक उनके द्वारा कई लोगो को समर्पित करते हुए लिखी गयी है। कविताएं कई मित्रो को, कई शत्रु को और कई अपने सगे संबंधित को याद करके लिखी गई है।
इस पुस्तक में प्यार, क्रोध, त्योहार, बचपन के हसीन पल, अपनो के दूर जाने पर तथा अपने माता पिता की छवि का अपनी कविता के द्वारा वर्णित किया है। उनकी कविताएं विभिन्न शैलियों में लिखी गयी है। उनकी पुस्तक में काफी त्यौहार जैसे होली, दिवाली और राखी जैसे विभिन्न विषयो पर कविताएं है। इस पुस्तक में कई ऐसी कविताए है, जो आम जन को अच्छा कार्य करने व मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है। इस पुस्तक की कविताओ में भगवान की रचनाओं व अपने सपनो का वर्णन भी किया है।
उनकी मित्र की कविता साक्षी, शिल्पा, नमन, अमन, उनके भाई प्रखर, बहन साक्षी व अन्य प्रिय मित्रों को समर्पित है।
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.शानू गुप्ता
शानू गुप्ता। उनकी उम्र 17 वर्ष है, वर्तमान में वह बी.कॉम तृतीय वर्ष के विद्यार्थी है। साथ मे वह सी.ए.मध्यवर्ती स्तर के दूसरे समूह के छात्र भी है। उन्होंने लिखना डेढ़ वर्ष पहले शुरू किया था। उन्हें खुद नही पता था कि जिस काम को उन्होंने अपने मजे के लिए शुरू किया था, वह उस काम मे इतने आगे जायेंगे। वह मूल रूप से अलवर राजस्थान से है। वह जब 16 वर्ष के थे, उन्होंने तब लिखना शुरू किया था और यात्रा अब तक जारी है। उनके द्वारा लिखित काफी कवितायें विभिन्न- विभिन्न समाचार पत्रो व पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई है। वह इससे पहले अपनी एक किताब 1 साल पहले कुछ अल्फ़ाज़ इस तरह प्रकाशित कर चुके है और यह किताब उनकी दूसरी किताब होगी। लेखन के अलावा वह अभिक्रति नामक संस्थान के संस्थापक है, जो समाज के प्रति अपना योगदान देता है। यह कच्ची बस्तियों के लिए कभी-कभी भोजन की व्यवस्था करता है तथा बस्तियों के बच्चो को पढ़ाता है। वह अपने जीवन मे व्यस्त रहना पसंद करते है। वह इनके अलावा कई गतिविधियो को करना भी पसंद करते हैं। जिसमे वह पेंटिंग करना, फोटोग्राफी करना और गिटार बजाना भी पसंद करते है। वो अपने जीवन मे काफी कुछ करना चाहते है। उनका कहना है कि वह इस पुस्तक से प्राप्त आय का 30% से 50% हिस्सा अपनी संस्थान में दान करेंगे।
आप उन तक इस ईमेल के द्वारा पहुंच सकते है।
Mail-Guptashanu621@gmail.com Instagram-@shanu.2308
अभिक्रति फाउंडेशन
@abhikrati.ngo www.abhikrati.org
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