दर्शन शब्द का शब्दार्थ केवल देखना या सामान्य देखना ही नहीं है। दर्शन-शास्त्र हमें प्रमाण और तर्क के सहारे अन्धकार में ज्योति प्रदान करके हमारा मार्ग-दर्शन करने में समर्थ होता है। पाणिनीय व्याकरण के अनुसार 'दर्शन' शब्द, 'दृशिर् प्रेक्षणे' धातु से ल्युट् प्रत्यय करने से निष्पन्न होता है। अतएव दर्शन शब्द का अर्थ दृष्टि या देखना, ‘जिसके द्वारा देखा जाय’ या ‘जिसमें देखा जाय’ होगा।
अथातो धर्मजिज्ञासा ( पूर्वमीमांसा)
अथातो ब्रह्मजिज्ञासा। ( वेदान्तसूत्र )
अथ योगानुशासनम्। ( योगसूत्र )
अथ त्रिविधदुःखात्यन्तनिवृत्तिरत्यन्तपुरुषार्थः। ( सांख्यसूत्र )
अथातो धर्मं व्याख्यास्यामः। ( वैशेषिकसूत्र )
प्रमाणप्रमेयसंशयप्रयोजनदृष्टान्तसिद्धान्तावयवतर्कनिर्णयवादजल्पवितण्डाहेत्वाभासच्छलजातिनिग्रहस्थानानाम्तत्त्वज्ञानात्निःश्रेयसाधिगमः । ( न्यायसूत्र )