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Dil ke Dilase / दिल के दिलासे

Author Name: Deepak Rajoriya | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

मैने शायरी तो छोड़ दी थी लेकिन कहीं ना कहीं दिल में एक ख़्वाहिश थी की यार जो लिखा है उसे लोग भी पढ़े एक किताब में मेरे भी नज़्म हो, वक़्त के साथ मेरी ये ख़्वाहिश भी पूरी हो गयी, मैंने इस किताब में हर भावना को दिखाने की कोशिश की है, उम्मीद है आपको पसंद आयेंगी मेरी ये शायरियाँ |

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दीपक राजोरिया

मैं दीपक राजोरिया दिल्ली का रहने वाला, दिल्ली मैं एक छोटी सी कालोनी शकुरपूर में रहता हूँ,

मेरे पापा जी का नाम श्री ब्रज मोहन है और मेरी माता जी का नाम श्रीमती शारदा जी है|

अब मैं अपनी बात करूँ तो पढ़ाई मैंने ग्रेजुएशन तक की हुई है,

सही मायने में कहूँ तो मुझे लिखने का शौक बाद में आया पहले जुनून गायकी का चढ़ा,

अब लिखने की बात करूँ तो सबसे पहले मैंने शायरी या कोई नज़्म नहीं लिखे थे, सबसे पहले लिखने की शुरुआत गानों से हुई थी और उसके बाद शायरी पर आये थे,

मैंने क़रीब ढाई साल तक नज़्म लिखें,

शायद अब आपको ये जान कर दुख होगा कि अब मैंने शायरी लिखना छोड़ दिया है, शायरी छोड़ देने का कोई कारण नहीं है

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