इंसान के जीवन में स्वप्न अर्थात सपने की अत्यधिक महत्वपूर्ण उपयोगिता है, यदि दिन में वह जगता है तो रात भर सपने देखता है, यह एक ऐसा रहस्य जो प्राचीन काल से अब तक खोज निरंतर चली आ रही है। इसकी व्याख्या प्रत्येक धर्म में अलग अलग तरीके से की गई है। कुछ लोगों का यह कहना है कि स्वप्न देखते समय आत्मा शरीर से निकल जाती है लेकिन कुछ का कहना है कि ऐसा नहीं होता है, दिमाग में ही रहती है यही मतभेद प्राचीन काल से चले आ रहे हैं फिर भी यह एक आज तक अध्ययन का विषय बना रहा है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि स्वप्न में इंसान की आत्मा किसी पैरालल दुनिया में चला जाता है अर्थात हूबहू इसी प्रकार की दूसरी दुनिया है जिसमें वह जो भी करता है बिल्कुल सच होता है। यह पुस्तक इसी विषय पर लिखी गई है, इस पुस्तक में स्वप्न को विज्ञान के माध्यम से बताया गया है और प्रत्येक धर्म में इसका किस प्रकार से चर्चा है वह भी बताया गया है। कृपया इसका अध्ययन करें यदि कोई आपके विचार में या ज्ञान में इस विषय पर कोई चर्चा हो तो कृपया जरूर अवगत करें, जिससे मैं आप की जानकारी इस पुस्तक में शेयर कर सकू,
धन्यवाद
Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners
Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners