श्रीहनुमान जिसके नाम लेने से सभी संकट कटने लग जाते हैं ऐसे वीर हनुमान सिर्फ एक वीर योद्धा , भक्त या एक शक्तिमान वानर ही नहीं बल्कि ब्रह्मचारियों में सर्वोपरि भी हैं । वैसे तो रामभक्त श्री हनुमान की उपासना कोई भी कर सकता है किन्तु यदि जो भक्त ब्रह्मचर्य व्रत एवं संयम को साधकर श्री हनुमान की उपासना करता है उसे भीतर विशाल आत्मबल की प्राप्ति होती है एवं सहज ही उसकी कुंडलिनी का जागरण होने लगता है ।
संयम साधते हुए नियमित रूप से हनुमान चालीसा, हनुमान बाहुक, हनुमान अष्टक आदि में से किसी एक का भी पाठ करने से मनवांछित फल प्राप्त होते हैं ।
पुस्तक में हनुमान चालीसा, हनुमान अष्टक, हनुमान बाहुक, एवं राम बाण के साथ अन्य महत्वपूर्ण संकलन सरलता से किया गया है ।
Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners
Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners