इस पुस्तक को विशेष रूप से लिखा गया है। इसमें बच्चे आसानी से अपनी समझ के अनुसार चित्रों और शब्दों के माध्यम से ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। सीखने को और रोचक बनाने के लिए इसमें रंग-बिरंगे चित्रों और शब्दों का प्रयोग किया गया है।
बिहार के सहरसा ज़िले से ताल्लुक रखने वाले, सुभाष श्याम सहर्ष एक प्रतिभाशाली लेखक हैं। उनकी यात्रा बिहार के सहरसा ज़िले से पास के जिले सुपौल और फिर हाजीपुर, हाजीपुर से वाराणसी, जहां उन्होंने अंग्रेज़ी साहित्य में मास्टर डिग्री, बी. एड. और अनुवाद में डिप्लोमा कोर्स भी किया। वे दिल्ली भी गए, जहां बचपन में उनकी शिक्षा हुई। बाद में आपने बनारस में ही अपना संघर्ष जारी रखा पढ़ाई के दौरान आपने अध्यापन का कार्य भी बखूबी किया। आपने अपने संघर्ष के बुरे दिन भी देखे हैं। वर्तमान में आप तेलंगाना राज्य के निजामाबाद जिले में नवोदय विद्यालय में अंग्रेजी के अध्यापक नियुक्त हैं।