यह पुस्तक भारतीय सेना के साहस, बलिदान और अनुशासन को समर्पित है। इसमें सीमाओं पर बिताई गई कठिन रातों से लेकर माँ की ममता, शौर्य की गाथाओं और वीर सैनिकों के बलिदान तक की कहानियाँ शामिल हैं। लेखक आनंद कुमार गुप्त ने सैनिकों की उस जीवनशैली और जज़्बे को शब्दों में उतारा है, जो हर भारतीय के दिल में गर्व और प्रेरणा जगाती है।
यह सिर्फ युद्ध की दास्तान नहीं, बल्कि उस भावना का संग्रह है जो हर सैनिक की वर्दी में धड़कती है। यह पुस्तक उन वीर जवानों को नमन है, जिनकी वजह से हम सुरक्षित, स्वतंत्र और गर्वित जीवन जी रहे हैं।
“मेरा भारत, मेरे सैनिक” – हर भारतीय के दिल की आवाज़।
जय हिन्द, जय भारत
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Anand Kumar Gupta
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