'मधुर स्पन्दन' किशोरावस्था से अनभूत होने वाले अद्भुत, अलौकिक, स्वप्रिल प्रेम -संसार को लेकर प्रौढ़ावस्था तक इसके विभिन्न स्वरुपों को दर्शाने वाला एक अनुपम दस्तावेज है। इस पुस्तक में उस अद्भुत सुख की अनुभूति है, जो दो प्रेमियों को मिलने पर होती है, साथ ही बिछुड़ने पर या न मिल पाने पर होने वाले वियोग को भी इसमें दर्शाया है।
प्रेम एक अलौकिक अनुभूति है, जिसने किया, जिससे किया सिर्फ उन्हें ही इस सुखद अनुभूति का रसास्वादन मिलता है। प्रेम पवित्र है, सृजनात्मक है, प्रेरक है| विश्वास है, मधुर स्पन्दन की कविताएँ किशोर, युवा वर्ग द्वारा सराही जाएँगी।