मैं नारी हूं बिकाऊ नहीं
मैं नारी हूं कोई बिकने वाला सामान नहीं जिसका प्रयोग किया और फेंक दिया। ये किताब नारियों को प्रोत्साहित करने के साथ साथ उनमें उमंग और जोश पैदा करने के लिए है। कुछ कर गुजरने की चाहत को जागरित करने के लिए है। जिन्दगी का सफर चुनौतियों से भरा है क्या हिम्मत हार कर बैठना किसी बात का समाधान है? ऊपर वाला साथ उसी का देता है जो खुद चलना (लड़ना) जानते हैं। जो नारी डरती है घबराती है कुछ कर गुजरने से उनको होंसला देना है कि जिन्दगी आपकी है कुछ करके दिखाओ। किस बात का है डर।