'मैं बाल हूँ: कविताओं में बालों की समस्याएं और समाधान' डॉ. मुकेश अग्रवाल द्वारा रचित काव्य संग्रह है, जो बालों से जुड़ी समस्याओं और उनके समाधान को सुंदर कविताओं के माध्यम से प्रस्तुत करता है। यह पुस्तक विज्ञान, आयुर्वेद, और व्यक्तिगत अनुभवों का समन्वय करते हुए बालों की देखभाल की संपूर्ण यात्रा को कविताओं और प्रेरक कहानियों में संजोती है। यह न केवल बालों की समस्याओं के समाधान प्रदान करती है, बल्कि आत्मविश्वास और प्रेरणा से भरपूर जीवन जीने का संदेश भी देती है।
मुख्य बिंदु:
1. बालों की समस्याओं जैसे झड़ना, रूसी, सफेदी, और गंजापन पर आधारित भावनात्मक कविताएं।
2. बालों के विज्ञान और आयुर्वेदिक समाधान का अनूठा समावेश।
3. प्राकृतिक उपचार और घरेलू नुस्खों पर विशेष कविताएं।
4. आत्मविश्वास और प्रेरणा को बढ़ाने वाली प्रेरणादायक रचनाएं।
5. VHCA हेयर क्लिनिक की यात्रा और डॉ. मुकेश अग्रवाल के दृष्टिकोण का परिचय।
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