संसार में कुछ रहस्य ऐसे होते हैं जिनको समझना आसान नहीं होता है इस प्रकार से पवित्र ग्रंथ क़ुरआन में भी कुछ शब्द ऐसे हैं जिसमें बड़ा रहस्य छिपा हुआ है, और आज तक इन शब्दों का अर्थ निकलने में लोग असफल रहे हैं क्योंकि इन शब्दों का अर्थ कोई नहीं जान सका है अब तक। क्योंकि अधिकतर उलेमा अर्थात इस्लामी विद्वान का कहना है कि इन अक्षरों को मात्र ईश्वर ही जानता है। लेकिन फिर भी लोगों ने कुछ अनुमानित प्रयास किया है जिसका विवरण यहां दिया गया है। और कुछ अन्य धर्म का भी विवरण दिया गया है।
वास्तव में यह शब्द बहुत ही गंभीर विषय को संबोधित करते हैं, एक प्रकार का गहन संकेत है। कृपया पढ़ें और कोई कमी हो तो जरूर बताएं। यदि आपके पास इससे अधिक जानकारी हो तो कृपया जरूर अवगत काराये, मैं आपकी जानकारी को शाझा करूंगा,
धन्यवाद