सुशोभित भारत में वो उन तमाम त्योहारों का वर्णन बड़ी खूबसूरत पंक्तियों के रूप में करने की कोशिश करती है, वह कहती हैं कि पढ़ने पर उनकी कविताओं में चुपे रंग से दर्शक आनंद की अनुभव करेंगे।
इन त्योहारों का मनुष्य के जीवन में एक अलग ही स्थान है, अधिक आवश्यक है कि इन त्योहारों की प्रथा बरकरार हैं, और भारत यूं ही अपनी खूबसूरती के वजह से सारे जगत में प्रसिद्ध बना रहे।