मैंने सम्पूर्ण भारत के धार्मिक स्थलों की यात्रा की है, परन्तु समय के आभाव के कारण मैं सभी स्थलों का वर्णन इस पुस्तक में नही कर पाया हूं , यह पुस्तक एक दस्तावेज है उस तत्कालिक समय का। जैसा मैंने देखा वैसा ही मैंने लिखा है। पाठक पढ़ते समय ऐसा महसूस करेगा जैसे वह स्वयं यात्रा कर रहा हो।