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Milon Tujhko Chalna Hai / मीलों तुझको चलना है मीलों तुझको चलना है

Author Name: Dr. Mukesh Aggarwal | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

प्रस्तुत काव्यसंग्रह 'मीलों तुझको चलना है' एक गुलदस्ता है 70 विभिन्न तरह के फूलों का और ये फूल प्रतीक है मानव जीवन के भिन्न भिन्न आयामों, भावनाओं, विचारों, इच्छाओ, पड़ावों और उस से जुड़े विभिन्न सोपानों के, जिनमे ज्ञान, भक्ति, कर्म, ध्यान, अध्यात्म, भाग्य, पर्यावरण, विकास, विनाश, प्रेरणा, मेहनत, लगन, निरंतरता, आशा - निराशा, गांव - शहर, अहंकार, मानवता, क्रोध, लोभ, मोह, प्रेम, ईर्ष्या, मन बुद्धि, रूह, जीवन- मरण इत्यादि सब शामिल है।

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डॉ मुकेश अग्रवाल

डॉ. मुकेश अग्रवाल (14 सितम्बर 1974) 

जन्म स्थान : घरौंडा (करनाल)

शिक्षा : बी.ए.एम.एस., एम.ए. (एम.सी.), 

एल.एल.बी., एल.एल.एम., एम.डी. (ए.एम.),

डी.फार्मा, एन.डी.डी.वाई., पी.जी.डी.एच.आर.एम.

प्रकाशित काव्य-संग्रह: सिर्फ एक मानव हूँ मैं, वक़्त के दरमियाँ, भोर की ओर, कस्तूरी कुण्डल बसे, दुनिया गोल है बाबू , संस्कृति के झरोखे से,  हर घर तिरंगा, सुनाओ फिर से गीता

प्रबंध निदेशक : वी.एच.सी.ए. हर्बल्स प्रा.लि.

मुख्य कार्यकारी अधिकारी : आयुर्वेदाकंसल्टेंट्स एंड आयुर्वेदाकार्ट डॉटकॉम

राष्ट्रीय अध्यक्ष : आयुर्वेद जागृति मिशन

पुरस्कार: आयुर्वेद एवं योग में राष्ट्रीय पुरस्कार • समाज सेवा में उत्कृष्ट

कार्यों हेतु राष्ट्रीय पुरस्कार • सामाजिक कार्यों हेतु विवेकानंद पुरस्कार

गोविज्ञान अनुसंधान केन्द्र द्वारा सम्मानित • दैनिक जागरण द्वारा

उत्तम नागरिक सम्मान • आयुर्वेदा कंसल्टैंट्स के लिये राजकीय पुरस्कार  

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