Share this book with your friends

Mimamsa Darshan / मीमांसा दर्शन

Author Name: Jaimini | Format: Paperback | Genre : Reference & Study Guides | Other Details

मीमांसा या पूर्वमीमांसा दर्शन हिन्दुओं के छः दर्शनों में से एक है जिसमें वेद के यज्ञपरक वचनों की व्याख्या बड़े विचार के साथ की गयी है। इसके प्रणेता जैमिनी हैं। मीमांसा दर्शन में "धर्म क्या है" इस विषय पर मीमांसा की गई है । इसके अनुसार "चोदनालक्षणोऽर्थो धर्मः" अर्थात् वेद-वाक्य से लक्षित अर्थ, धर्म है । वेद ने जिन कर्मों को करने के लिये कहा है, उनको करना और जिनको करने से मना किया है, उनको न करना "धर्म" है। श्रौतसूत्र आदि कर्मकाण्ड के ग्रन्थों के वाक्यों को लेकर मीमांसा में पर्याप्त मात्रा में कर्म की मीमांसा की गई है

Read More...

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Also Available On

जैमिनि

पूर्वमीमांसा के सूत्र जैमिनि के हैं और भाष्य शबर स्वामी का है। जैमिनि द्वारा रचित सूत्र हाेने से पूर्वमीमांसा काे 'जैमिनीय धर्ममीमांसा' कहा जाता है।

Read More...

Achievements

+9 more
View All