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Murli Ki Duniya / मुरली की दुनियां बेस्ट ब्लाग्स बाई बेस्ट ब्लागर

Author Name: Murli Manohar Srivastava | Format: Paperback | Genre : Letters & Essays | Other Details

गूगल झूठ नहीं बोलता

आज लिखते हुये मेरी आँखों में आँसू हैं , जिन्हें अभी मैंने अपनी हथेलियों से पोंछा है । यह आसूँ न खुशी के हैं न दर्द के , शायद आनंद के हों अभी आसुओं की परिभाषा कहाँ कर पाया हूँ । क्या करूँ वही लिखता हूँ जो मन में आँखों में हृदय में अविरल किसी धारा सा बह रहा होता है । यह कौन सा स्रोत है , यह कौन सी नदी है जो अविराल प्रवाहमान है ।

 देखने में आसूँ एक ही होते हैं देखने वाले की निगाह में । ऊपर वाला वह निगाह बहुत कम लोगों को देता है जो आसुओं की भाषा जानते हैं । यह कुछ वही भाषा है जब माँ घर से बाहर दूर  कहीं नौकरी को जा रहे अपने बेटे को आशीर्वाद देते हुये साड़ी के कोर से आँख पोंछते हुये कहती है । मैं रो कहाँ रही हूँ , नहीं मैं रो नहीं रही यह- यह कुछ नहीं है । देखो हाथ लाओ देखो हाथ लगा कर मैं कहाँ रो रही हूँ । जबकि हाथ रखते ही वहाँ नमीं मिल जाती है और कहीं उन आसुओं को महसूस करने के लिए बेटे ने माँ के दिल पर हाथ रख दिया तो बस हिचकियाँ छूट पड़ेंगी और वह कहेगी नहीं मैं रो कहाँ रही हूँ । मेरा बेटा पढ़ने जा रहा है कि मेरे बेटे को अच्छी नौकरी मिली है मैं खुश हूँ । मैं रो कहाँ रही हूँ ।

 मेरे मित्र और जानने वाले जो सालों से बस एक लाईन कह देते हैं ‘ मुरली तुम बहुत अच्छा लिखते हों ‘ न जाने मुझ से क्या कराते जा रहे हैं । यह जो “मुरली की दुनियाँ”  है , जिसे लाखों ब्लागर की भीड़ में गूगल पढ़ने वालों , समीक्षकों प्रसंसकों के आधार पर सेकेंडों में ढूंढ कर दिखा देता  है ‘Post by  best bloggers in Hindi’ उनका हृदय से धन्यवाद । 

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मुरली मनोहर श्रीवास्तव

लेखक का परिचय               

नाम: मुरली मनोहर श्रीवास्तव

पिता का नाम: श्री विजय कुमार श्रीवास्तव ( लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकार इलाहाबाद)

जन्मस्थान: इलाहाबाद

अध्ययन : बी.ई. मैकेनिकल इंजीनियरिंग (जामिया मिलिया इस्लामिया नई दिल्ली से)

प्रकाशन : नवभारत टाइम्स, दैनिक जागरण, हिंदुस्तान दैनिक, अमर उजाला, राष्ट्रीय सहारा, नई

दुनिया, मेरे सहेली, जागरण सखी सहित विभिन्न दैनिक व पत्रिका में एक हज़ार से अधिक रचनाएँ

प्रकाशित तथा निरंतर प्रकाशन जारी है।

अभी तक लिखी कहानियाँ मेरी सहेली, जागरण सखी व दैनिक जागरण जैसी पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं।

व्यंग्य लेखक के रूप में विशिष्ट पहचान हिन्दी की सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। अमर उजाला व राष्ट्रीय सहारा

में नियमित कॉलम।

वर्तमान में एन टी पी सी मेजा में उप महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत 


 

पुस्तकें : 

पुस्तकें :1. सत्य जीतता है (हिन्दी अकादमी दिल्ली से प्रकाशित),
2. सम्भावना (साहित्य वीथी दिल्ली से प्रकाशित, वर्ष -2017 फ़्लिप कार्ट व अमेज़न दोनों पर उपलब्ध)
3. Posibility ( English translation of Sambhavana By Deepak Danish )on kindle
4 . गुरु गूगल दोऊ खड़े pustakbazaar.com द्वारा प्रकाशित
5 . क्षमा करना पार्वती pustakbazaar.com द्वारा प्रकाशित
6 . ख्वाबों की जिंदगी और 63 कविता
7. वह मैं हूँ

8.घोडा ब्रांड क्रिकेटर मेरे 71 व्यंग्य 

9. दर्द और ख्वाब  

10. दर्द के इम्यूनिटी बूस्टर्स

11. उस दिन समझो जीत गए तुम 

संप्रति : हर समय कुछ करते रहने की इच्छा का बने रहना व पाठकों द्वारा प्रदान किए जाने वाला स्नेह ही मेरे लिखने का आधार है ।

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