प्रकृति हैं। जुदाई पिटारा कलयुग में अपराध का बढ़ा अब इतना प्रकोप उनको रोको वरना ख़तम हो गएगा धरती माँ की कोख आज फिर से काँप उठी
देखो धरती माता की कोख |
मानव के जीवन में उसके अस्तित्व का आधार है प्रकृति!! पंच तत्व (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश) से मिलकर बनी ईश्वर की अद्भुत रचना है प्रकृति..
प्रकृति अपने गर्भ में यूं तो अनेकों रहस्य छिपाए हुई है और देखा जाए तो पृथ्वी का कण-कण जादुई है सूर्य, चंद्रमा, तारे, भूमंडल सागर, नदियां, पेड़-पौधे पशु-पक्षी सभी खुद में रहस्य और जादु से भरे हुए है जिनके सानिध्य में मानव ने अनेक भोगों को भोगा और अपार आनंद एवं सुख के साथ बहुत कुछ सीखा भी है।