वर्तमान समय में संसार में अनेकों धर्म है कुछ तो समय के साथ विलुप्त हो गए हैं और कुछ मौजूद है लेकिन हर किसी धर्म की पवित्र पुस्तक अवश्य है, यही पवित्र पुस्तक उस धर्म की रूपरेखा तैयार करती है और इसी से उस धर्म की जानकारी प्राप्त होती है।
धर्म को जानने का एकमात्र स्रोत धार्मिक ग्रंथ ही है। यदि किसी धर्म की पुस्तक ना हो तो उसे समझना आसान नहीं होगा इसी के उपलक्ष में पवित्र पुस्तक की उत्पत्ति, भाषा, लेखक व उसकी मूल प्रति अब मौजूद है या नहीं, संपूर्ण जानकारी इस पुस्तक में दी गई है आप इसे पढ़े और जानकारी प्राप्त करें। यदि कोई जानकारी में कमी रह गई हो तो कृपया अवगत कराएं मैं आपकी जानकारी को साझा करूंगा।
धन्यवाद