Share this book with your friends

Piyush Dhara / पीयूष धारा

Author Name: Reetu Pragya | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

रीतु प्रज्ञा का एकल लघुकथा संग्रह 'पीयूष धारा' कई दृष्टिकोण से उत्कृष्ट है । इसमें संग्रहीत लघुकथाएं पारिवारिक पृष्ठभूमि से विभिन्न रंगरूप में जुड़ी हुई है । कहीं परिवार में माँ-बेटी की तकरार है तो कहीं हँसी-खुशी, कहीं घरेलू रिश्तो व संबंधों को स्पर्श करती हुई कथायें पाठक को सहज रूप में पारिवारिक पृष्ठभूमि से जोड़ देती है. घरेलू विषयों पर केंद्रित उनकी लघुकथाएं सहज ही हृदय को छू लेती है । कुछ अन्य लघु कथाएं जैसे - मतदान, सड़क पर कुत्ते, जनरल वार्ड, फुर्र हुई बीमारी, भी अपने शिल्प और प्रस्तुतीकरण के लिए पाठकों द्वारा निसंदेह पसंद की जाएंगी । मेरा विश्वास है कि यह पुस्तक पाठकों के बीच लोकप्रियता हासिल करने में सफल होगी ।

Read More...

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book
Sorry we are currently not available in your region.

Also Available On

रीतु प्रज्ञा

पेशे से शिक्षिका, हिन्दी एवं मैथिली लेखिका रीतु प्रज्ञा दरभंगा जिला, बिहार से ताल्लुक रखती हैं। फिलहाल उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय करजापट्टी, दरभंगा में  कार्यरत है। इन्होंने अब तक कई सम्मान प्राप्त की है, मगसम द्वारा रचना प्रतिभा सम्मान, श्रेषठ दैनिक रचनाकार सम्मान, मातो श्री सम्मान, विवेकानंद सम्मान, श्रेष्ठ लघुकथाकार सम्मान इत्यादि. रीतु जी की बीस से अधिक साझा संग्रह पुस्तकें प्रकाशित हैं। जैसे - 'यादें,  दिल के अल्फाज, मेरी धरती, और मेरा गाँव, इत्यादि। रीतु जी बचपन से ही हिन्दी साहित्य, मैथिली और अंग्रेजी में विशेष रूचि रखते हैं। प्रस्तुत पुस्तक लघुकथा संग्रह "पीयूष धारा" में इन्होंने सभी लघु कथाओं के शब्दों को मोती की तरह सुंदर से धागा में गूंथकर अपने सपनों को साकार किया है ।

Read More...

Achievements

+5 more
View All