प्रेम हृदय की ऐसी अभिव्यक्ति है,जिसकी कोई उपमा नहीं दी जा सकती। प्रेम के क्या कहने, सृष्टि के कण कण में अनगिनत रूपों में प्रकट होता है प्रेम। प्रेम ईश्वर के प्रति सबसे सुंदर भावना है। सारा ब्रम्हांड भी जिस शब्द के लिए छोटा है, वह है प्रेम। जिसमें से होकर गुजरते हैं पेड़ पौधे, जीव जंतु , फूल फल, पक्षी, कीट पतंगे। सृष्टि की हर जीवित, मूर्त और अमूर्त वस्तु जिससे ओतप्रोत है वह है प्रेम भावना और वह शब्द है प्रेम।