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Prabha Prabhakar Jeevan Tarang / प्रभा प्रभाकर जीवन तरंग

Author Name: Engineer D. K. Prabhakar | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

प्रेम हृदय की ऐसी अभिव्यक्ति है,जिसकी कोई उपमा  नहीं दी जा सकती। प्रेम के क्या कहने, सृष्टि के कण कण में अनगिनत रूपों में प्रकट होता है प्रेम। प्रेम ईश्वर के प्रति सबसे सुंदर  भावना है। सारा ब्रम्हांड भी जिस शब्द के लिए छोटा है, वह है प्रेम। जिसमें से होकर गुजरते हैं पेड़ पौधे, जीव जंतु , फूल फल, पक्षी, कीट पतंगे। सृष्टि की हर जीवित, मूर्त और अमूर्त वस्तु जिससे ओतप्रोत है वह है प्रेम भावना और वह शब्द है प्रेम।

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इंजीनियर डी॰ के॰ प्रभाकर

·         एक गरीब मजदूर ( राजगीर) परिवार में जन्म के बाद उच्च शिक्षा लेकर निम्न महत्वपूर्ण कार्य, समाज सेवा व सहित्य सृजन किए

·         भारत सरकार के कलकत्ता स्थित प्रथम भूमोगत मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के मैदान स्टेशन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका तत्पश्चात दुर्गापुर (प॰ब॰) थर्मल पावर स्टेशन व ललितुर (उ॰प्र॰) बांध परियोजना का निर्माण

·         विशाखापटनम स्टील प्लांट निर्माण के बाद

·         1984 से भारतीय अंतरिक्ष विभाग के PSLV प्रोजेक्ट त्रिवेनद्रुम व लखनऊ (उ॰प्र॰) के ईटीवी स्टुडेओ, इस्ट्रेक ग्राउंड स्टेशन तथा रेमोट सेन्सिंग एप्लिकेशन सेंटर का निर्माण

·         कटक (उढ़ीसा) स्थित नेताजी सुभास चंद बॉस जन्म स्थान का पुनुरुद्धन व म्यूजियम बनाने का सम्पूर्ण कार्या।

·         प्रभाकर उद्योग प्रा॰ लिमि॰के चेयरमेन व प्रबंध निदेशक रहते अनेक निर्माण

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