महेश कटारे "सुगम" स्त्री विमर्श के भी रचनाकार हैं. वैदेही विषाद उनकी पहली लंबी कविता है जो स्त्री के अन्याय के विरोध में पूरी ताकत से खड़ी है . प्रश्न व्यूह इसी प्रकार के प्रतिकार की दूसरी लंबी कविता है.संपूर्ण स्त्री जाति को अपमानित करने वाली द्रोपदी चीर हरण की घटना से उठे अनेक प्रश्न इस व्यूह की रचना करते हैं.इस प्रणांतक पीड़ा के बारे में जब द्रोपदी यह सोचने बैठती है कि आखिर इस घटना को अंजाम देने वाले व्यक्ति कौन कौन हैं,