भारत एक धर्म प्रधान देश है, और इसमें अनेक धर्मों का बोलबाला रहा है। प्रत्येक धर्म की अपनी अपनी मान्यताएँ है, किन्तु एक बात सभी धर्मों में एक जैसी है। प्रत्येक धर्म करुणा, बंधुत्व और व्यक्तिगत स्वतन्त्रता को बहुत ही महत्व देता है। इसीलिए भारतवर्ष का प्रत्येक नागरिक किसी न किसी धर्म को मानने वाला है।