माता-पिता अपने बच्चों को एक अच्छा इन्सान बनाने में उनकी सहायता कर सकते हैं, एक ऐसा इन्सान जिसमें दया, सहानुभूति, आत्म-विश्वास, कर्मठता और साहस हो। इस लक्ष्य को पाने के लिए माता-पिता को कुछ कौशल सीखने की जरूरत है। केवल प्यार काफ़ी नहीं है। अंतर्दृष्टि काफ़ी नहीं है। माता-पिता ठोस समस्याओं का सामना करते हैं, उन्हें इनके ठोस समाधान चाहिएँ। केवल इतना कहना काफ़ी नहीं है, “बच्चे को ज्यादा प्यार दीजिए”, “इस पर और अधिक ध्यान दीजिए” या “इसे और अधिक समय दीजिए” माता-पिता को बच्चों से उचित व्यवहार के कौशल सीखने होंगे।
हम आज सूचना-युग में जी रहे हैं। इंटरनेट पर, विकीपीडिया पर सब कुछ उपलब्ध है। फिर भी एक साधारण व्यक्ति के लिए प्रामाणिक और सही जानकारी ढूँढ़ना एक चुनौती है। वट्स-अप आदि पर अधकचरे ज्ञान की भरमार होती है। इसलिए मानववादी और वैज्ञानिक नजरिये से बच्चों का पालन-पोषण कैसे होना चाहिए, इसको इस पुस्तक में समेटा गया है। यह पुस्तक इसी उद्देश्य को लेकर लिखी गई है। यह माता-पिता को उचित पालन-पोषण करके अच्छे माता-पिता बनने में आपकी सहायता करेगी।