यह पुस्तक शब्दों के आपसी जुड़ाव और उसकी सार्थकता से लिखा गया हिंदी काव्य संकलन का एक अनूठा प्रयास है। पुस्तक की गहरायी का आँकलन इसके शीर्षक से ही स्पष्ट झलकता है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी लेखक ने अपनी भाषा की सहजता, गहरायी और सुंदरता से भावनाओं, अहसासों और कल्पनाओं का माध्यम देते हुए काव्य को जीवंत रूप देने का प्रयास किया है। रस को काव्य की आत्मा माना जाता है अतः नव रसों का सम्मिश्रण रखकर विभिन्न विषयों का समावेश इस पुस्तक में किया है। प्रेम का विषय इसमें मुख्य भूमिका में है। काव्य में आने वाला आनंद अर्थात् रस लौकिक नहीं होकर अलौकिक होता है अतः काव्य संकलन के पठन के समय पाठक हर कविता के संदर्भ में स्वयं को जोड़ कर अनुभव कर सके और स्वयं के भावों को काव्य के भावार्थों, शब्दों और दी गयी उपमाओं की गहरायी से जोड़ पाये ऐसा प्रयास इस काव्य संकलन में हुआ है ।
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