नारी शक्ति के बिना इस संसार में मनुष्य कुछ भी नहीं कर सकता है, क्योंकि बिना नारी शक्ति उसकी दशा बिना इन्जन वाली गाड़ी जैसी होती है। इस धरती पर सबसे पहले नारी शक्ति के रूप में माँ दुर्गा भवानी का अवतरण हुआ है। नारी शक्ति की ही अगुवाई व निर्देशन में ब्रह्मा, विष्णु और महेश की उत्पत्ति हुयी और नारी शक्ति की ही देखरेख में ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना शुरू की।