ये अदृश्य प्रेम की एक मात्र परिकल्पना है. इसका सम्बंद व्यक्ति विशेष से नहीं है| इनका सृजन मन की विभिन्न भावनाओं की अनुभूति का एक प्रतीक है| यूं तो शायद जीवन में सभी कुछ नियति "Destiny" के अनुकूल ही होता होगा, किन्तु जब वो किसी के साथ घटित होता है तो लगता है उसमे कितनी प्रतिकूलता, कितनी निराशा, कितने अधूरे सपने हैं, जैसे कोई अपना बिछुड़ गया हो… और ये जीवन के विभिन्न पड़ाव में शायद सभी ने अनुभव किया होगा|
हिंदी प्रमुख विषय न होते हुए भी सत्येंद्र को हिंदी में अकविता लिखने का शौक है जिनका सृजन एक मात्र कल्पना पर आधारित है| इन कविताओं का किसी व्यक्ति विशेष से सम्बन्ध नहीं है|