जन्म और मृत्यु के बीच एक जीवन, एक मन जिसे कभी सब पाने का आनंद है और खोने का भय भी। वही मन जो अंहकार और मोह से ग्रस्त है। यह सब किसी न किसी उत्कंठा का परिणाम ही है। पर इन सबसे परे, एक इच्छा जो हमें उस राम तक ले जाए, बस,वही जीवन को सार्थक कर जाती है।
यह हमें तय करना होगा कि इन इच्छाओं की दिशा क्या हो। इस कविता संग्रह में अलग – अलग रूप है उत्कंठा के। कविताओं का प्रवाह भौतिक स्वरूप से आध्यामिकता की ओर है। कवयित्री का प्रयास है कि एक योग्य संदेश पाठकों तक पहुंत पाए। इनकी प्रेरणादायक कविताएं पाठकों एवं श्रोताओं में प्रचलित हैं। इनका यही प्रयास रहता है कि विचारों को सही दिशा मिले।