ज़िन्दगी-एक काला खट्टा गोला, इस संकलन में रोज़मर्रा की अच्छी बुरी घटनाओं की कलाकृतियों का उल्लेख है। ज़िन्दगी घनघोर कठिन है, विषम भी है मगर ऐसे पड़ाव भी हैं जहाँ अत्याधिक खुशियाँ भी प्राप्त हुई हैं, हमें इस सत्य को मान कर चलना चाहिए कि वक्त अच्छा हो या बुरा गुज़र जाएगा। जीवन की प्रतिस्पर्धा में सकारात्मक और संतुष्ट रहना नहीं बल्कि सुखी रहने में त्तालीन रहना चाहिए! ज़िन्दगी की बहुतायत बहुमूल्य है , यह ऊर्जा, यह सौंदर्य का बखान, सब मिथ्या सा है, एक मृग मरीचिका, रेगिस्तान का वह शादवाल है जिसे प्यासा पानी समझ बैठता है और यह ज़िन्दगी दुर्लभ का समानार्थी तो हमें हमेशा खुशमिजाज रहना चाहिए।