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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalAchievements
"ये लाल इश्क़" मेरी कविता संग्रह है, इस संग्रह में मैंने बहुत सी संयोग-वियोग की कविता लिखी हुई है, मेरी कुछ कविता कुछ ना कुछ यथार्थ से सम्बन्धित है चाहे वह खुद से सम्बन्धित हो या अन्
"ये लाल इश्क़" मेरी कविता संग्रह है, इस संग्रह में मैंने बहुत सी संयोग-वियोग की कविता लिखी हुई है, मेरी कुछ कविता कुछ ना कुछ यथार्थ से सम्बन्धित है चाहे वह खुद से सम्बन्धित हो या अन्य किसी से , और कुछ कविता कोरी कल्पना है, मैंने उन कविताओं में सिर्फ कल्पना के गोते लगायें हैं, मैने इसी आशा में संयोग कवितायें लिखी हैं कि इनको पढ़ कर हमें भीतर से खुशी मिलेगी, और वियोग कविता इसलिए लिखी ताकि हम अपने भीतर बसे दुःख को कुछ हद तक भूल सके ,कम कर सकें या फिर इस बात को समझ सके की इस संसार में सिर्फ हमें ही प्रेम ने दर्द नही दिया और भी लोग हैं इस सृष्टि में जो प्रेम के पीड़ा में जी रहें हैं, मुझे यकीन है की आप इन कविताओं की संग्रह को जब पढ़ेगे आप को अच्छा महसूस होगा......!!!!!
"मैं सतरंगी-सी" में मेरी कई कविता हैं जिसमें मैंने हर कविता में खुद को जिआ है, इस कविता संग्रह में मैंने कई तत्वों पर लिखा है, "मैं सतरंगी-सी" कविता संग्रह मेरे कई मायने से बहुत ही महत
"मैं सतरंगी-सी" में मेरी कई कविता हैं जिसमें मैंने हर कविता में खुद को जिआ है, इस कविता संग्रह में मैंने कई तत्वों पर लिखा है, "मैं सतरंगी-सी" कविता संग्रह मेरे कई मायने से बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, इसमें मैंने शुरूआती दिनों की लिखी कविताओं को भी सम्मिलित किया है, और कई मनभावओं पर लिखे शब्दों को एक कविता के रूप में गढ़ा है, कई कविता इनमें ऐसीं हैं जो मेरे दिल के बेहद करीब है, उम्मीद है की आपको मेरी ये कविता संग्रह बहुत पंसद आयेगी......!!!!!!
मेरी इस किताब में कविताएँ हैं, और ये सारी कविताएँ काल्पनिक हैं, ये कविताएँ लिखने की प्रेरणा तब जागी मुझमें जब मैं एक प्रेमी युगल को देखा था, तब मुझे कुछ रूमानी लिखने का विचार आया औ
मेरी इस किताब में कविताएँ हैं, और ये सारी कविताएँ काल्पनिक हैं, ये कविताएँ लिखने की प्रेरणा तब जागी मुझमें जब मैं एक प्रेमी युगल को देखा था, तब मुझे कुछ रूमानी लिखने का विचार आया और तब मैंने कुछ कविताओं को लिखा, और फिर धीरे धीरे ये कुछ कविताएँ इतनी हो गईं कि इन्हें मैंने एक किताब का रूप देने को सोचा, इसमें लिखीं सारी कविताओं को मैंने स्वंय महसूस कर के लिखा है, खुद को प्रेमिका की जगह रख कर मैंने हर एक कविता को महसूस किया है। मुझे आशा है कि आप सभी इस कविताओं को जब पढ़ेगें तब आप खुद को उस कविता में पायेंगे....!!!!
इस किताब में तीन कहानी है, "गुनाहों का प्रतिशोध", "जरूरत" और "नन्हा मासूम भाग-2" "गुनाहों का प्रतिशोध" कहानी है रक्षिता , अनिकेत और विपिन की। विपिन, रक्षिता और अनिकेत से उन गुनाहों
इस किताब में तीन कहानी है, "गुनाहों का प्रतिशोध", "जरूरत" और "नन्हा मासूम भाग-2" "गुनाहों का प्रतिशोध" कहानी है रक्षिता , अनिकेत और विपिन की। विपिन, रक्षिता और अनिकेत से उन गुनाहों का प्रतिशोध लेता है जो उन दोनों ने कभी किया ही नहीं था और रक्षिता ने विपिन से उसी प्रतिशोध का अपना प्रतिशोध लेती है। रक्षिता के पिता ने उस पर भरोसा नहीं किया जिसका दुःखद ख़ामियाज़ा उनसे जुड़े हुए सभी लोगों को भुगतना पड़ता है। "जरूरत" कहानी है रिद्धिमा विनीत और रीमा की जो अन्त में रोमा से हो कर गुजरती है। एक नाजायज जरूरत के कारण उन सब की जिंदगी इधर-उधर हो जाती है और अन्त में रिद्धिमा और विनीत मौत को गले लगा लेते हैं। जो सुकून, जो शांति थी पहले उनके जीवन में वो केवल एक गैर जरूरत को पूरा करने में खत्म हो जाता है। "नन्हा मासूम" यह कहानी भाग दो है। कहानी का पहला भाग मेरे दुसरे किताब ( उसकी गलती मेरा गुनाह ) में है। यह एक ऐसे छोटे आठ वर्षिय बच्चे की कहानी है जिसके माँ-बाप उसे बेच देते हैं और फिर वह दर-दर भटकता है। उसे हीरो बनने का बड़ा ख्वाब होता है इसलिए वह मुम्बई पहुँचना चाहता है, वह मुम्बई पहुँच तो जाता है पर अनजाने में। बहुत कठिनाइयों को पार करने के बाद, बहुत कुछ सहने के बाद वह होरो तो नहीं पर हाँ वह एक चर्चित चहेरा जरूर बन जाता है। उसके हार ना मानने वाला जज्बा हमे प्रेरणा देता है जिन्दगी को उसी रंग में जीने का जिसमें हम जी रहें हैं।
उम्मीद है की इस किताब को आप सभी अपना प्यार और वक्त जरूर देगें।
धन्यवाद!
यह कहानी जया सोनिया और दिव्या तीन लड़कियों की है जो अपने शहर छोड़ दूसरे शहर में रहती हैं जॉब के लिए। तीनों की लाइफ स्टाइल बोल्ड है । वह तीनों अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीती हैं। ती
यह कहानी जया सोनिया और दिव्या तीन लड़कियों की है जो अपने शहर छोड़ दूसरे शहर में रहती हैं जॉब के लिए। तीनों की लाइफ स्टाइल बोल्ड है । वह तीनों अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीती हैं। तीनों बला की खूबसूरत होती हैं और स्मार्ट भी रहती है। दिव्या की हाइट उन दोनों से कुछ कम रहती है जिसका समय समय पर उन दोनों द्वारा मजाक उड़ाया जाता है । इन तीनों लड़कियों की जिंदगी में तब बदलाव आता है जब नकुल और मिहिर दो लड़के इनके कॉलोनी में रहने आते हैं । कुछ वक्त बाद इन्हीं दो लड़कों के कारण उन तीनों की जिंदगी उलझ जाती है । ज्यादा ओपन माइंडेड जिंदगी जीने से जिंदगी कितनी जटिल हो जाती है यह बात उन तीनों लड़कियों की जिंदगी देखकर पता लगाया जा सकता है। एक अच्छी खासी लाइफ जी रही यह तीनों लड़कियां खुद ही अपनी लाइफ खराब कर देती है और अंत में उनमें से दो लड़कियों की मौत हो जाती है।
कहानी अधूरी होती हैं जिन्दगी नहीं.......ये कहानी है इसलिए अधूरी हैं..... आपकी जिंदगी है इसलिए मुक्मल है...... न यकीं हो मेरे इन शब्दों में तो अपनी जिंदगी को झांक कर देख लो
कहानी अधूरी होती हैं जिन्दगी नहीं.......ये कहानी है इसलिए अधूरी हैं..... आपकी जिंदगी है इसलिए मुक्मल है...... न यकीं हो मेरे इन शब्दों में तो अपनी जिंदगी को झांक कर देख लो
और अंत में प्यार हार गया.....!!!! कहतें हैं स्त्री प्रेम और भविष्य में ,भविष्य को ही चुनती हैं,,,, पर सच तो यह भी है की पुरू Read More...
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