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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalI was born on 1.9.1987 in a small village called Jagua Sondha of Handia tehsil in Prayagraj. My education problem also started from this but I got married at the age of 18 and missed my studies which was later completed by my husband, but I had a fondness for Hindi and literature from my childhood. There was also a great curiosity to read and learn about. As a result, I wrote my first article in sixth grade. Gradually, I wrote a lot of poems that were very emotional but for some reason they could not be published, after a long gap of many years today, I have again raised a pen and all the credRead More...
I was born on 1.9.1987 in a small village called Jagua Sondha of Handia tehsil in Prayagraj. My education problem also started from this but I got married at the age of 18 and missed my studies which was later completed by my husband, but I had a fondness for Hindi and literature from my childhood. There was also a great curiosity to read and learn about. As a result, I wrote my first article in sixth grade. Gradually, I wrote a lot of poems that were very emotional but for some reason they could not be published, after a long gap of many years today, I have again raised a pen and all the credit goes to my children and I am also very happy .
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कहानियों द्वारा बच्चों का बौद्धिक और चारित्रिक निर्माण हो यही इस पुस्तक की प्रेरणास्रोत है । प्राचीन काल में संयुक्त परिवार में दादा - दादी , नाना - नानी बच्चों का कहानियों के मा
कहानियों द्वारा बच्चों का बौद्धिक और चारित्रिक निर्माण हो यही इस पुस्तक की प्रेरणास्रोत है । प्राचीन काल में संयुक्त परिवार में दादा - दादी , नाना - नानी बच्चों का कहानियों के माध्यम से चारित्रिक , संस्कारिक निर्माण करते थे । परंतु आजकल एकल परिवार समय के अभाव में अपने दायित्वों से विमुख हो रहे हैं । हमारे प्रकाशन का प्रयास है कि अभिभावक अपने बच्चों को सुसंस्कारित , चरित्रवान और योग्य नागरिक बना सकें एवं बच्चे भी इस पुस्तक को पढ़कर लाभान्वित हों । सभी जातक कथाएं मनुष्य और पशु पात्र पर आधारित हैं । ये कहानियां लोकव्यवहार और सामाजिक परम्परा से परिचित करवाती है । जातक कथाओं से हमें विभिन्न प्रकार की शिक्षा मिलती है । ये कथाएं विश्व की लगभग सभी भाषाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं । जातक कथाएं हमें नम्रता , धैर्य , ईमानदारी , दूसरों को सम्मान देना और जिन्दगी को हिम्मत से जीने की सीख देती हैं ।
समृद्ध भारत नामक यह पुस्तक हम भारत की विविधता एकता अखंडता तथा अनेक संस्कृति को नजदीक से आप लोगों को दिखाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं हमारा अथक प्रयास है की भारत की विविधताओं को
समृद्ध भारत नामक यह पुस्तक हम भारत की विविधता एकता अखंडता तथा अनेक संस्कृति को नजदीक से आप लोगों को दिखाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं हमारा अथक प्रयास है की भारत की विविधताओं को हर तरह से मैं अपने कविताओं के माध्यम से आप तक सरल भाषा में पहुंचाने की कोशिश करूंगी अतः आप सभी से हमारा विनम्र निवेदन है कि आप लोग मेरे इस प्रयास को सफल बनाने में हमारा सहयोग करें धन्यवाद जय हिंद जय भारत।
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