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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalHi readers! I am always dedicated to all of you. My name is Siddh Shankar Mishra, a simple and middleclass common man, but highly dedicated to the literally world. My home city is Kanpur uttar pradesh. By profession I am a teacher in basic education department. I have written many poems and books on different platforms and also performed on stages as a poetic person. I always hope to get support from all the respected and learned readers.Read More...
Hi readers! I am always dedicated to all of you. My name is Siddh Shankar Mishra, a simple and middleclass common man, but highly dedicated to the literally world. My home city is Kanpur uttar pradesh. By profession I am a teacher in basic education department. I have written many poems and books on different platforms and also performed on stages as a poetic person. I always hope to get support from all the respected and learned readers.
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यह कविता खण्ड पूर्ण रूप से उन शिक्षकों को समर्पित है जो पूर्ण निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना अतुल्य योगदान दे रहे हैं, किन्तु फिर भी सम
यह कविता खण्ड पूर्ण रूप से उन शिक्षकों को समर्पित है जो पूर्ण निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना अतुल्य योगदान दे रहे हैं, किन्तु फिर भी समाज में उन्हें वह आदर एवं अधिकार नही मिल पा रहा है जिसके वे अधिकारी हैं l इस बात में कोई संदेह नहीं कि प्राचीन काल की तरह वर्तमान समय में भी शिक्षक को समाज में एक विशेष दर्ज़ा मिलना चाहिए l
हम ये तो जानते हैं कि सिंध नामक प्रान्त भारत की आज़ादी से पहले भारत का ही एक अंग हुआ करता था, लेकिन हम में से कितने लोग जानते होंगे कि भारत की ओर से सबसे पहले अरबी आक्रमण को झेलने वाल
हम ये तो जानते हैं कि सिंध नामक प्रान्त भारत की आज़ादी से पहले भारत का ही एक अंग हुआ करता था, लेकिन हम में से कितने लोग जानते होंगे कि भारत की ओर से सबसे पहले अरबी आक्रमण को झेलने वाला वह राजा कौन था, जिसने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया l ये भारत के सीमावर्ती राज्य सिंध के राजा दाहिर सेन थे जिनकी अमरकथा भारतीय इतिहास के पन्नो में सफ़ेद स्याही से लिखी हुई है l सिंध के उस महानायक के विषय में भारत की जनता को रूबरू कराने के लिए यह पुस्तक एक छोटा सा प्रयास है l
जुआ एक सामाजिक अभिशाप है l यह जीवन तो नष्ट करता ही है साथ ही साथ सुखी परिवार भी l आजकल पूरे विश्व में जुए का खेल अत्यंत प्रचलित है l लोग खेल रहे हैं और अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं l महान
जुआ एक सामाजिक अभिशाप है l यह जीवन तो नष्ट करता ही है साथ ही साथ सुखी परिवार भी l आजकल पूरे विश्व में जुए का खेल अत्यंत प्रचलित है l लोग खेल रहे हैं और अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं l महान भारतीय ग्रन्थ महाभारत में वर्णित कहानी के महान उदहारण के साथ यह संगीतबद्ध काव्य रचना द्युत उन्मूलन के महान उद्देश्य पर विशेष बल देती है l
तैमूर को इतिहास के सबसे क्रूर लुटेरों में गिना जाता है l समरकंद से लेकर मध्य एशिया तक उसने अपनी बादशाहत कायम की l इस दौरान उसने करोड़ों लोगों को मौत के घाट उतारा l सन 1398 में भारत पर किय
तैमूर को इतिहास के सबसे क्रूर लुटेरों में गिना जाता है l समरकंद से लेकर मध्य एशिया तक उसने अपनी बादशाहत कायम की l इस दौरान उसने करोड़ों लोगों को मौत के घाट उतारा l सन 1398 में भारत पर किया गया उसका आक्रमण अत्यंत विध्वंसकारी एवं विनाशक था l इस्लाम के पुजारी का मुखौटा पहने इस लुटेरे ने भारत के लाखों निरपराध हिन्दुओं को गाजर मूली की तरह काट डाला, केवल इसलिए की उन्होंने इस्लाम को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था l दुःख की बात तो यह है कि इतना सब होने के बाद भी हमारे देश में तैमूर को एक महान विजेता के रूप में दिखाया जा रहा है l इस पुस्तक में तैमूर के कृत्यों-दुष्कृत्यों पर प्रकाश डालते हुए कुछ ऐसे अवांछित तत्वों की भी चर्चा की गयी है जो आज भी भारत में तैमूरी झंडा उठाये घूम रहे हैं l
GAMBLING IS A CURSE TO THE SOCIETY. IT DESTROYS THE LIVES AS WELL AS THE HAPPY HOMES. BUT NOW A DAY ITS PLAY IS TOO MUCH PREVALENT ALL OVER THE WORLD. PEOPLE ARE PLAYING AND SPOILING THEIR LIFE. THIS MUSICAL POETRY ESSENCE HIGHLY EMPHASIZES ON THE UPROOTING OF BAD GAMBLING DEEDS WITH THE GREAT EXAMPLE OF A STORY REVEALED IN THE GREAT INDIAN EPIC MAHABHARATA.
GAMBLING IS A CURSE TO THE SOCIETY. IT DESTROYS THE LIVES AS WELL AS THE HAPPY HOMES. BUT NOW A DAY ITS PLAY IS TOO MUCH PREVALENT ALL OVER THE WORLD. PEOPLE ARE PLAYING AND SPOILING THEIR LIFE. THIS MUSICAL POETRY ESSENCE HIGHLY EMPHASIZES ON THE UPROOTING OF BAD GAMBLING DEEDS WITH THE GREAT EXAMPLE OF A STORY REVEALED IN THE GREAT INDIAN EPIC MAHABHARATA.
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