Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalDr. Rakesh Gupta is unique being the sole cancer surgeon in India who has left his lucrative professional financial gains to devote his life for preventing this deadly disease. His lifelong and sustained motivation comes from all patients suffering from tobacco-related illnesses who otherwise could be saved from a premature death by quitting smoking and tobacco chewing. Dr. Rakesh has been associated with tobacco control for last 20 years as a committed worker. He has established India’s first smoke-free city (Jhunjhunu, Rajasthan) besides his credible role in establishing tobacco-freeRead More...
Dr. Rakesh Gupta is unique being the sole cancer surgeon in India who has left his lucrative professional financial gains to devote his life for preventing this deadly disease. His lifelong and sustained motivation comes from all patients suffering from tobacco-related illnesses who otherwise could be saved from a premature death by quitting smoking and tobacco chewing.
Dr. Rakesh has been associated with tobacco control for last 20 years as a committed worker. He has established India’s first smoke-free city (Jhunjhunu, Rajasthan) besides his credible role in establishing tobacco-free workplaces (Tobacco-free Rajasthan Police Academy, Tobacco-Free Soni Hospital and many others) and “Systems Approach” to deliver tobacco dependence treatment and tobacco cessation clinics (TCCs) in Hospitals in addition to establishment of all quitlines in India till date.
In addition, besides educating and empowering masses on ways and outcomes of an effective and successful tobacco control through television, radio, print and social media, he continues making various groups and communities aware and motivated to lead a tobacco-free life.
In the preceding decade and a half, he has trained hundreds of doctors, dentists, nurses and counselors of Rajasthan, Chhattisgarh, Punjab, Haryana, West Bengal, Tamil Nadu, Delhi and Himachal Pradesh in tobacco control and specifically in treatment of tobacco dependence besides addressing several all India and international conferences on this subject as a lead speaker.
Read Less...Achievements
क्या आप जानते हैं कि तम्बाकू महामारी से भारत में प्रतिवर्ष ~15 लाख वयस्क मर जाते हैं!?
यदि आपका उत्तर "नहीं" है, तो निश्चित ही यह पुस्तक आपके लिए तो उपयोगी है और उन सभी के लिए भी जो क
क्या आप जानते हैं कि तम्बाकू महामारी से भारत में प्रतिवर्ष ~15 लाख वयस्क मर जाते हैं!?
यदि आपका उत्तर "नहीं" है, तो निश्चित ही यह पुस्तक आपके लिए तो उपयोगी है और उन सभी के लिए भी जो कि भारत में एक प्रभावी तम्बाकू नियंत्रण प्राप्त करने की एक सकारात्मक सोच रखते हैं।
यह पुस्तक तम्बाकू नियंत्रण के प्रवर्तन, तम्बाकू पदार्थों की पैकिजिंग पर सचित्र चेतावनियों, नियंत्रण का समर्थन और अनुसंधान, तम्बाकू के अर्थ-शास्त्र- कर, व्यापार, लाइसेन्स और बिक्री, तम्बाकू नियंत्रण से जुड़े संवैधानिक और मानवाधिकार के पहलुओं, इसकी खेती, इससे उत्पन्न ग़रीबी और दूषित वातावरण और तम्बाकू उध्योग के कड़वे सच व हस्तक्षेप और इसकी तस्करी को वर्णित करती है। यह इस विषय पर यह आसानी-से-समझ में आने वाली भारत की पहली हिंदी पुस्तक है।
आम जन के अतिरिक्त इस पुस्तक की उपयोगिता शीर्ष सरकारी नेतृत्व एवं प्रशासन, शिक्षा- व स्वास्थ्य- प्रबंधकों और राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम में कार्यरतों के साथ-साथ सभी चिकित्सकों, परिचारिकाओं, परामर्शदाताओं, शिक्षकों और छात्र-छात्राओं की लिए भी है।
भारत में ~4,000 वयस्क तम्बाकू-जनित रोगों से पीड़ित हो समयपूर्व मर जाते है। एक प्रभावी और सफ़ल तम्बाकू नियंत्रण इस भारी राष्ट्रीय क्षति को रोक सकता है। हमारी राष्ट्रीय और प्रादेशिक सरकारें इस हेतु सतत रूप से कार्यरत हैं किंतु अब जनमानस को भी इसमें जुटना होगा, सजगता, तत्परता और सततता के साथ।
इसलिए ख़रीदें, पढ़ें और भेंट करें इस पुस्तक को उन सभी को जो तम्बाकू नियंत्रण में एक प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं- नेताओं, प्रशासकों, मीडिया कर्मियों, चिकित्सकों और उन सभी को जिन्हें आप एक रोग-मुक्त स्वस्थ जीवन जीने के प्रति सजग और समर्पित मानते हैं।
क्या आप जानते हैं कि तम्बाकू खाना-पीना एक रोग है और इसे खाने-पीने वाला एक रोगी!?
यदि आपका उत्तर "नहीं" है, तो निश्चित ही यह पुस्तक आपके लिए तो उपयोगी है और उन सभी रिश्तेदारों, मित्
क्या आप जानते हैं कि तम्बाकू खाना-पीना एक रोग है और इसे खाने-पीने वाला एक रोगी!?
यदि आपका उत्तर "नहीं" है, तो निश्चित ही यह पुस्तक आपके लिए तो उपयोगी है और उन सभी रिश्तेदारों, मित्रों और/या सहकर्मियों के लिए भी जो कि तम्बाकू खाते-पीते हैं।
यह पुस्तक तम्बाकू की हानियों और छोड़ने के लाभों के अतिरिक्त उपचार-प्रणालियों और परिणामों के अतिरिक्त तम्बाकू मुक्त बने रहने तरीक़ों को भी बताती है। क्योंकि यह आसानी-से-समझ में आने वाली भारत की पहली हिंदी पुस्तक है, अनेक इसका लाभ उठा चुके हैं।
आम जन के अतिरिक्त इस पुस्तक की उपयोगिता शिक्षा- व स्वास्थ्य- प्रबंधकों और राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम में कार्यरतों के साथ-साथ सभी चिकित्सकों, परिचारिकाओं, परामर्शदाताओं, शिक्षकों और छात्र-छात्राओं की लिए भी है।
भारत में तम्बाकू-जनित रोगों से पीड़ित ~4,000 वयस्कों को समयपूर्व मृत्यु से बचाया जा सकता है, समय रहते उनका तम्बाकू खाना-पीना छुड़वा कर। कृपया ध्यान दें, तम्बाकू खाना-पीना किसी भी आयु में छोड़ना इसके उपभोगी को एक स्वस्थ जीवन जीने में सहायक होता है।
इसलिए ख़रीदें, पढ़ें और भेंट करें इस पुस्तक को उन सभी को जो तम्बाकू खाते-पीते हैं या वर्तमान में किसी तम्बाकू-जनित रोग से पीड़ित हैं। आप उनको पुनः एक स्वस्थ जीवन जीने की प्रेरणा और उत्साह देंगे।
Are you sure you want to close this?
You might lose all unsaved changes.
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.