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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalRajesh Kumar Verma is working as a head teacher in the primary wings of the Uttar Pradesh, Basic Education Department. He is having experience of 15 years. According to him, children's poems are essential at the beginning of periods. The author interacts with the children from different districts of Uttar Pradesh and involved in many innovations in Basic Education Departments and he has also been rewarded for such activities.Read More...
Rajesh Kumar Verma is working as a head teacher in the primary wings of the Uttar Pradesh, Basic Education Department. He is having experience of 15 years.
According to him, children's poems are essential at the beginning of periods.
The author interacts with the children from different districts of Uttar Pradesh and involved in many innovations in Basic Education Departments and he has also been rewarded for such activities.
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यह पुस्तक काव्य की एक अंजलि ,के समान गागर में सागर जैसी है |
समाज में व्याप्त बुराई से समाज कभी समझौता नहीं करता है अतः जो काल्पनिक धरा से गुजरती है काव्य धारा वह पुस्तक के म
यह पुस्तक काव्य की एक अंजलि ,के समान गागर में सागर जैसी है |
समाज में व्याप्त बुराई से समाज कभी समझौता नहीं करता है अतः जो काल्पनिक धरा से गुजरती है काव्य धारा वह पुस्तक के माध्यम से
"जीवनगीत" बन जाती है |
बोझ को बच्चो से दूर हटाना है |
ओझिल न हो शिक्षा की ललक दर्पण नया बनाना है |
नित- नया नवाचार लाना है |
सभी बीजो के अंकूर फूटे ,वृक्ष नया बनाना है |
ज्योति ज्योति जलना है ,
नित- नया नवाचार लाना है |
महके कलिया धरती पर,सुन्दर वसुंधरा बनाना है |
कमजोर कड़ी एक न रहे, सबको माला मे लाना है |
नित- नया नवाचार लाना है |
प्रस्तुत पुस्तक में स्कूल के बच्चों से प्रेरित होकर विभिन्न विषयों पर बाल गीतों का संकलन हुआ है |
बच्चों में व्याप्त ऊर्जा का प्रयोग करने के लिए, कक्षा का वातावरण एवं लर्निंग
प्रस्तुत पुस्तक में स्कूल के बच्चों से प्रेरित होकर विभिन्न विषयों पर बाल गीतों का संकलन हुआ है |
बच्चों में व्याप्त ऊर्जा का प्रयोग करने के लिए, कक्षा का वातावरण एवं लर्निंग आउटकम अच्छा करने के लिए पुस्तक में जिस नवाचार का प्रयोग हुआ है वह है “बाल गीत मेरे मीत” |पुस्तक की प्रत्येक कविता से उत्पन्न चुम्बकीय प्रभाव से शिक्षक एवं बच्चे दोनों को पढ़ाने व पढ़ने में रूची पैदा होती है |प्रत्येक कविता मनोरंजन पूर्ण एवं संदेशात्मक है |पुस्तक के अंत में पुरस्कृत T.L.M “शिक्षक वज्र“ भी शामिल है जो प्राइमरी शिक्षा के पाठ्यक्रम को पूर्ण करता है |
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