“आबरू एक ऐसी ह्रदय स्पर्शी मार्मिक कहानी है जो किसी को भी अंदर से झकझोड़ दे। ये कहानी सुखी राम नाम के एक गरीब मजदूर की है जिसके 3 बच्चे थे ,उनमे से रानी बड़ी बेटी थी जिसकी उम्र 18 बसंत पार कर चुकी थी।
जवानी की दहलीज पर अभी उसने कदम ही रखा था,छरहरे नाक नक्स ,गठीला बदन दिखने में भी अपने नाम की तरह ही खूब सूरत थी जो किसी का भी मन मोह ले ।
खुद्दार लड़की थी अपने बाप की बीमारी और गरीबी का सहारा बन कर अपने परिवार का भरण पोषण करने केलिए ,एक फैक्ट्री में काम करने लग