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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palआज ज़िन्दगी बहुत तेज़ रफ्तार में भाग रही है। हमें अपने व्यस्त दिनचर्या से फुर्सत ही नहीं मिलती कि हम कुछ वक्त ठहरकर खुद को व औरों को समझ सकें।अपनी भावनाओं को,अपने प्रेम को अभिव्यक्त करने व किसी और की अभिव्यक्ति को समझने का अवसर ये ज़िन्दगी हमें देती ही नहीं। इसीलिए इस काव्य संकलन में हर प्रकार के भाव से जुड़ी कविताएं सम्मिलित की गई हैं।ताकि ये पुस्तक एक माध्यम बन सके खुद को व औरों के दृष्टिकोण को समझने के लिए।सबसे बड़ी बात इन कविताओं को कवियत्री ने अपने अनुभवों के आधार पर उस वक्त लिखा,जब वो स्वयं एक प्रकार के अवसाद (डिप्रेशन) से जूझ रही थी और अपनों का साथ होने के बावजूद कवियत्री अपने डर को व अपने विचारों को औरों के साथ बांटने में झिझकती थी। उन्हें लगता था कि शायद ही उन्हें कोई समझ पाये। इसीलिए उन्होंने अपने मन में चल रहे भावनाओं के उथल-पुथल को कविताओं के रूप में कागज़ पर उतारने का निर्णय लिया।और उन कविताओं के संग्रह को शीर्षक दिया- "अभिव्यक्ति"।
राशि दास
श्रीमती राशि दास जी 'संवेदना 'नामक संस्था की अध्यक्ष हैं। इसके अतिरिक्त वह एक गृहिणी होने के साथ -साथ एक तीन वर्षीय पुत्री की मां भी हैं। इनके दृष्टिकोण से लावारिस पशुओं और ज़रुरतमंद लोगों के लिए कुछ कर पाना इस दुनिया का सबसे सुखद कार्य है। इन्हें अपने विचारों को व नज़रिए को कविताओं का रुप देना बेहद पसंद है।
राशि जी की नज़रों में "लेखनी"अभिव्यक्ति का एकमात्र ऐसा साधन है जिससे किसी की भावनाओं को ठेस भी नहीं पहुंचता और लेखक का दृष्टिकोण भी समझ में आने लगता है।
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